आहार आध्यात्म का प्रथम सोपान
जो व्यक्ति “आहार संयम” नहीं कर सकते, वे इस जीवन में तो कभी भी भगवान की भक्ति नहीं कर सकते।आध्यात्म
Read moreजो व्यक्ति “आहार संयम” नहीं कर सकते, वे इस जीवन में तो कभी भी भगवान की भक्ति नहीं कर सकते।आध्यात्म
Read moreसंध्याकाल ….. दो श्वासों के मध्य का संधिकाल “संध्या” कहलाता है जो परमात्मा की उपासना का सर्वश्रेष्ठ अबूझ मुहूर्त है
Read moreहमें अपने हृदय में भगवान की भक्ति को और अधिक गहनता व दृढ़ता प्रदान करने का प्रयास करना चाहिये ….
Read more